प्रेरक -प्रसंग !
पॉजिटिव एनर्जी की पावर-बैंक है ,शिल्पा "शैली "!
ईश्वर की बनाई हुई ,अद्भुत कृति ,मौलिक रचना को देखा तो नहीं ,पर फोन पर ,उनसे बात करके ,महसूस किया ,कि उन जैसा महान व्यक्तित्व ,शायद जीवन में दूसरा ,कोई नहीं आया !प्रेम ,श्रद्धा ,विश्वास ,भक्ति ,परोपकार,कल्याण-सहयोग -भावनाएं आदि से निर्मित है ,उनका व्यक्तित्व !ऐसा मेरा विश्वास भी है कि सचमुच ,वे उच्च -मानवीय गुणों की प्रतिमूर्ति है!
"हैलो ,मैं फलां बैंक से शिल्पा "शैली" बोल रही हू !सर ,आपके लोन की कुछ किश्तें बकाया हैं !बताइये सर ,कैसे करना है !"
आवाज की मधुरता और संतुलन ,मस्तिष्क की सारी टेंशन को गायब कर देता है !उनका बोला ,एक -एक शब्द ,दिमाग पर संजीवनी -सा असर छोड़ता है !
मेरे द्वारा किश्तें न भरने के पीछे की मज़बूरी और कारण, जब उन्हें बताएं जाते है तो ,वे बेहद समझदारी से समझाती है कि जीवन में अंत का अनुभव ही ,जीवन में नई शुरुआत लेकर आता है !आप पॉजिटिव /सकारात्मक रहकर ,प्रयास करते रहिये !लोन की रकम छोटी है !आपको 60 % लेस भी दिलवा दूंगी !पर आप प्रयास करना मत छोड़िएगा !ईश्वर सब रास्ते बनायेंगें !
उनकी सहयोग-भावना और सकारात्मकता देखकर, मन गद -गद हो गया !वास्तव में ,वे सकारात्मक -ऊर्जा (पोजिटिव- एनर्जी )की पावर -बैंक है !
कोई नहीं ऐसे बात करता ,आपको समझता,समझाता !बैंक वालों ने तो लोन भरवाने के लिए ,आजकल बद्तमीज और गुंडे टाइप एम्प्लाइज़ पाल रखे है !
और अंतत उनकी सकारात्मक सोच और दुआओं ने कमाल दिखाया !कहते है न ,कि एक दीपक से हम ,अनेक दीपक जला सकते है !वही मेरे साथ भी हुआ !उनकी सकारात्मकता ने, मुझमें भी प्राण फूंकें और मैंने सोचना शुरू किया !और आप यकीन नहीं करेंगें ,मस्तिष्क की गहराइयों में ,कोरोना -संकट में भी ,घर बैठे धन का उत्पादन वाला, वो विचार छिपा था !विचार पर प्रयोग करते ही ,बाहर भी हालात अपने अनकूल निकलें !
दरअसल ,हम लगातार ,सतत ,ठोस प्रयास ही नहीं करते ,और असफलता व कर्म- फलों का रोना रोतें है !यही शिक्षा हमें चीटियां भी देती हैं कि वे ऊंचाई से जितनी बार भी गिरे ,पर वह लगातार प्रयास से सफल हो जाती है !जीवन में आगे बढ़ने और सफल होने के लिए ,जरूरत है,खुद को पहचानने व खुद पर विश्वास की ,सकारात्मक सोच और लगातार व ठोस प्रयास की !
चलिए ,कुछ रकम बैंक में जमा करवा दी गई !शिल्पा "शैली "बेहद प्रसन्न हुई !उन्हें लगा कि मैनें उनका ,उनकी बातों का सम्मान किया !सच भी है ,जीवन में दिशा देने वाले ,ऐसे दिव्य -आत्मा गुरु आ जाएँ ,तो श्रद्धा से सिर नतमस्तक हो जाता है !उन्होंने मुझे धन्यवाद कहकर ,मेरा भी सम्मान किया और अपनी विनम्रता और संस्कारों का ही परिचय दिया !
वैसे यह सच भी,अपने बारें में बताना चाहूंगा कि प्राय मैं सकारात्मक ही रहता हूँ !फिर भी नकारात्मकता की स्थिति में, खुद को जल्द या देर से निकाल लेता हूँ !पर इस बार परिस्थितियां बड़ी विकट रही ,नकारात्मकता अपना डेरा लम्बा जमाने के मूड में थी ,पर शिल्पा "शैली "रब बनकर ,समझाने आ गए !
शिल्पा "शैली "अपने काम और परिवार के प्रति बेहद ईमानदार है !बार -बार बैंक के ग्राहकों का ,पूर्ण आत्मीयता के साथ "फॉलो-अप" करना ,कोई शिल्पा जी "शैली" से सीखें !
उनकी कभी -2 ,कांपती आवाज ,ये बताती है कि वे मर्यादा में रहते हुए ,दोस्त बनाती है और वे मन से बेहद कोमल है !
वे लोगों से अपने विचारों का मेल खोजती रहती है !जीवन में सच्चाई ,सामान्यता और सरलता उन्हें पसंद है !
अंत में ,शिल्पा "शैली " जीवन -कला की एक महान सरिता है और मेरा ऐसा विश्वास है कि मन की सुंदरता ही ,शारीरिक सुंदरता के सामने सर्वश्रेष्ठ है !
-आचार्य मनोज बत्तरा द्वारा !
पॉजिटिव एनर्जी की पावर-बैंक है ,शिल्पा "शैली "!
ईश्वर की बनाई हुई ,अद्भुत कृति ,मौलिक रचना को देखा तो नहीं ,पर फोन पर ,उनसे बात करके ,महसूस किया ,कि उन जैसा महान व्यक्तित्व ,शायद जीवन में दूसरा ,कोई नहीं आया !प्रेम ,श्रद्धा ,विश्वास ,भक्ति ,परोपकार,कल्याण-सहयोग -भावनाएं आदि से निर्मित है ,उनका व्यक्तित्व !ऐसा मेरा विश्वास भी है कि सचमुच ,वे उच्च -मानवीय गुणों की प्रतिमूर्ति है!
"हैलो ,मैं फलां बैंक से शिल्पा "शैली" बोल रही हू !सर ,आपके लोन की कुछ किश्तें बकाया हैं !बताइये सर ,कैसे करना है !"
शिल्पा शैली के लिए ,शिल्पा शेट्टी का प्रतीक -रूप में चित्र ! |
आवाज की मधुरता और संतुलन ,मस्तिष्क की सारी टेंशन को गायब कर देता है !उनका बोला ,एक -एक शब्द ,दिमाग पर संजीवनी -सा असर छोड़ता है !
मेरे द्वारा किश्तें न भरने के पीछे की मज़बूरी और कारण, जब उन्हें बताएं जाते है तो ,वे बेहद समझदारी से समझाती है कि जीवन में अंत का अनुभव ही ,जीवन में नई शुरुआत लेकर आता है !आप पॉजिटिव /सकारात्मक रहकर ,प्रयास करते रहिये !लोन की रकम छोटी है !आपको 60 % लेस भी दिलवा दूंगी !पर आप प्रयास करना मत छोड़िएगा !ईश्वर सब रास्ते बनायेंगें !
इस पेड़ से सीखिए !जीवन की शुरुआत कहीं से भी हो सकती है ! |
उनकी सहयोग-भावना और सकारात्मकता देखकर, मन गद -गद हो गया !वास्तव में ,वे सकारात्मक -ऊर्जा (पोजिटिव- एनर्जी )की पावर -बैंक है !
कोई नहीं ऐसे बात करता ,आपको समझता,समझाता !बैंक वालों ने तो लोन भरवाने के लिए ,आजकल बद्तमीज और गुंडे टाइप एम्प्लाइज़ पाल रखे है !
और अंतत उनकी सकारात्मक सोच और दुआओं ने कमाल दिखाया !कहते है न ,कि एक दीपक से हम ,अनेक दीपक जला सकते है !वही मेरे साथ भी हुआ !उनकी सकारात्मकता ने, मुझमें भी प्राण फूंकें और मैंने सोचना शुरू किया !और आप यकीन नहीं करेंगें ,मस्तिष्क की गहराइयों में ,कोरोना -संकट में भी ,घर बैठे धन का उत्पादन वाला, वो विचार छिपा था !विचार पर प्रयोग करते ही ,बाहर भी हालात अपने अनकूल निकलें !
दरअसल ,हम लगातार ,सतत ,ठोस प्रयास ही नहीं करते ,और असफलता व कर्म- फलों का रोना रोतें है !यही शिक्षा हमें चीटियां भी देती हैं कि वे ऊंचाई से जितनी बार भी गिरे ,पर वह लगातार प्रयास से सफल हो जाती है !जीवन में आगे बढ़ने और सफल होने के लिए ,जरूरत है,खुद को पहचानने व खुद पर विश्वास की ,सकारात्मक सोच और लगातार व ठोस प्रयास की !
चलिए ,कुछ रकम बैंक में जमा करवा दी गई !शिल्पा "शैली "बेहद प्रसन्न हुई !उन्हें लगा कि मैनें उनका ,उनकी बातों का सम्मान किया !सच भी है ,जीवन में दिशा देने वाले ,ऐसे दिव्य -आत्मा गुरु आ जाएँ ,तो श्रद्धा से सिर नतमस्तक हो जाता है !उन्होंने मुझे धन्यवाद कहकर ,मेरा भी सम्मान किया और अपनी विनम्रता और संस्कारों का ही परिचय दिया !
वैसे यह सच भी,अपने बारें में बताना चाहूंगा कि प्राय मैं सकारात्मक ही रहता हूँ !फिर भी नकारात्मकता की स्थिति में, खुद को जल्द या देर से निकाल लेता हूँ !पर इस बार परिस्थितियां बड़ी विकट रही ,नकारात्मकता अपना डेरा लम्बा जमाने के मूड में थी ,पर शिल्पा "शैली "रब बनकर ,समझाने आ गए !
शिल्पा "शैली "अपने काम और परिवार के प्रति बेहद ईमानदार है !बार -बार बैंक के ग्राहकों का ,पूर्ण आत्मीयता के साथ "फॉलो-अप" करना ,कोई शिल्पा जी "शैली" से सीखें !
उनकी कभी -2 ,कांपती आवाज ,ये बताती है कि वे मर्यादा में रहते हुए ,दोस्त बनाती है और वे मन से बेहद कोमल है !
वे लोगों से अपने विचारों का मेल खोजती रहती है !जीवन में सच्चाई ,सामान्यता और सरलता उन्हें पसंद है !
अंत में ,शिल्पा "शैली " जीवन -कला की एक महान सरिता है और मेरा ऐसा विश्वास है कि मन की सुंदरता ही ,शारीरिक सुंदरता के सामने सर्वश्रेष्ठ है !
-आचार्य मनोज बत्तरा द्वारा !
चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा https://www.youtube.com/watch?v=B0YAOkRlqHo&t=13s&fbclid=IwAR35oAyFjXlgi9hR-T6N73KxwHaH-mLgdVOI93YOTX1d6G-Ft5KU2ocN6Ws |