करोड़ों पाठकों वाले "दैनिक ट्रिब्यून "ने, अपने द्वारा पुरस्कृत लेखक मनोज बत्तरा के विचारों को, फिर प्रमुखता से किया प्रकाशित !
"अपने संकट को, अवसर में बदले कांग्रेस !"-श्री राजकुमार सिंह
"मजबूत विपक्ष, लोकतान्त्रिक- ढांचे की सर्वथा मांग !"- श्री मनोज बत्तरा
दिनांक -5 सितम्बर ,2020 .
राजपुरा -चंडीगढ़(पंजाब ). (ईश्वर आज़ाद द्वारा ).
बहुत बड़ी सर्कुलेशन वाले और बेहद सम्मानित पत्र "दैनिक ट्रिब्यून" से पुरस्कृत ,बर्बाद इंडिया न्यूज़ के मुख्य संपादक,फिल्म-निर्देशक,पत्रकार व साहित्यकार मनोज बत्तरा के विचारों /प्रतिक्रिया को ,आज "दैनिक ट्रिब्यून " के सम्पादकीय -पृष्ठ पर ,'आपकी राय' कॉलम के अंतर्गत,'सोचने का वक़्त 'शीर्षक के साथ,प्रमुखता से प्रकाशित किया गया ! जिस पर ख़ुशी जाहिर करते हुए बत्तरा ने कहा कि दैनिक ट्रिब्यून के चंडीगढ़ ,करनाल और गुड़गांव संस्करण के करोड़ो पाठकों में उनका नाम बन रहा है ,ये बड़ी उपलब्धि है !
आपको बता दें कि दिनांक 2 सितम्बर ,2020 के दैनिक ट्रिब्यून में ,सम्पादकीय -पृष्ठ पर प्रकाशित ,श्री राजकुमार सिंह जी ने अपने लेख"अपने संकट को अवसर में बदले कांग्रेस" में कहा ,कि दीर्घकालीन राजनितिक विरासत वाली कांग्रेस को इस बात का अहसास होना चाहिए कि पार्टी में उभर रहे असंतोष के सुरों को ताकत में कैसे बदला जायें !यह भी ध्यान रहे कि विपक्ष में रहते हुए पार्टी संघठन को मजबूत करके ही, मोदी सरकार को चुनौती दी जा सकती है !वक़्त की जरुरत है कि पार्टी संघठन को लोकतांत्रिक स्वरूप देकर असहमतियों के स्वरों को भी सुना जाएँ !
इस पर बत्तरा ने अपनी सहमति जताते हुए , प्रतिक्रिया दी ,कि ये लेख मेरे दिल को छू गया !लेख सटीक ,प्रगतिवादी और सकारात्मक सोच वाला था !मजबूत विपक्ष लोकतान्त्रिक- ढांचे की सर्वथा मांग है !कांग्रेस को चाहिए ,कि पार्टी में उभर रहे ,असंतोष और असहमतियों के स्वरों को प्रमुखता दें!वर्तमान परिस्थितियों में ,योग्य व अनुभवी व्यक्ति को अपना नेतृत्व सौंपें !
पूर्व में दैनिक ट्रिब्यून ,चंडीगढ़ के मुख्य संपादक श्री राज कुमार सिंह द्वारा, अपने प्रमाणित हस्ताक्षर के साथ, सम्मान-स्वरूप, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री तथा महामहिम राज्यपाल से सम्मानित, डॉक्टर मधुकांत के लघु-कथा-संग्रह"तूणीर " की पुस्तक,बत्तरा को,पुरस्कृत करते हुए भिजवाई गई थी ! दरअसल ,"चीनी उत्पादों के बहिष्कार की तार्किकता" विषय पर अपने विचारों के अंतर्गत ,बत्तरा ने चीनी -सामान के बहिष्कार की पुरजोर वकालत की थी और इस बात पर जोर दिया था कि चीनी -सामान का ,जनता से पहले सरकार बहिष्कार करें!
6 जुलाई,2020 को बत्तरा के विचारों के आशय का सम्पादित और संक्षिप्त पत्र ,पुरस्कृत पत्र के रूप में,दैनिक ट्रिब्यून के चंडीगढ़ ,करनाल और गुड़गांव संस्करण में प्रकाशित हुआ था।
"अपने संकट को, अवसर में बदले कांग्रेस !"-श्री राजकुमार सिंह
"मजबूत विपक्ष, लोकतान्त्रिक- ढांचे की सर्वथा मांग !"- श्री मनोज बत्तरा
दिनांक -5 सितम्बर ,2020 .
राजपुरा -चंडीगढ़(पंजाब ). (ईश्वर आज़ाद द्वारा ).
बहुत बड़ी सर्कुलेशन वाले और बेहद सम्मानित पत्र "दैनिक ट्रिब्यून" से पुरस्कृत ,बर्बाद इंडिया न्यूज़ के मुख्य संपादक,फिल्म-निर्देशक,पत्रकार व साहित्यकार मनोज बत्तरा के विचारों /प्रतिक्रिया को ,आज "दैनिक ट्रिब्यून " के सम्पादकीय -पृष्ठ पर ,'आपकी राय' कॉलम के अंतर्गत,'सोचने का वक़्त 'शीर्षक के साथ,प्रमुखता से प्रकाशित किया गया ! जिस पर ख़ुशी जाहिर करते हुए बत्तरा ने कहा कि दैनिक ट्रिब्यून के चंडीगढ़ ,करनाल और गुड़गांव संस्करण के करोड़ो पाठकों में उनका नाम बन रहा है ,ये बड़ी उपलब्धि है !
आपको बता दें कि दिनांक 2 सितम्बर ,2020 के दैनिक ट्रिब्यून में ,सम्पादकीय -पृष्ठ पर प्रकाशित ,श्री राजकुमार सिंह जी ने अपने लेख"अपने संकट को अवसर में बदले कांग्रेस" में कहा ,कि दीर्घकालीन राजनितिक विरासत वाली कांग्रेस को इस बात का अहसास होना चाहिए कि पार्टी में उभर रहे असंतोष के सुरों को ताकत में कैसे बदला जायें !यह भी ध्यान रहे कि विपक्ष में रहते हुए पार्टी संघठन को मजबूत करके ही, मोदी सरकार को चुनौती दी जा सकती है !वक़्त की जरुरत है कि पार्टी संघठन को लोकतांत्रिक स्वरूप देकर असहमतियों के स्वरों को भी सुना जाएँ !
इस पर बत्तरा ने अपनी सहमति जताते हुए , प्रतिक्रिया दी ,कि ये लेख मेरे दिल को छू गया !लेख सटीक ,प्रगतिवादी और सकारात्मक सोच वाला था !मजबूत विपक्ष लोकतान्त्रिक- ढांचे की सर्वथा मांग है !कांग्रेस को चाहिए ,कि पार्टी में उभर रहे ,असंतोष और असहमतियों के स्वरों को प्रमुखता दें!वर्तमान परिस्थितियों में ,योग्य व अनुभवी व्यक्ति को अपना नेतृत्व सौंपें !
पूर्व में दैनिक ट्रिब्यून ,चंडीगढ़ के मुख्य संपादक श्री राज कुमार सिंह द्वारा, अपने प्रमाणित हस्ताक्षर के साथ, सम्मान-स्वरूप, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री तथा महामहिम राज्यपाल से सम्मानित, डॉक्टर मधुकांत के लघु-कथा-संग्रह"तूणीर " की पुस्तक,बत्तरा को,पुरस्कृत करते हुए भिजवाई गई थी ! दरअसल ,"चीनी उत्पादों के बहिष्कार की तार्किकता" विषय पर अपने विचारों के अंतर्गत ,बत्तरा ने चीनी -सामान के बहिष्कार की पुरजोर वकालत की थी और इस बात पर जोर दिया था कि चीनी -सामान का ,जनता से पहले सरकार बहिष्कार करें!
6 जुलाई,2020 को बत्तरा के विचारों के आशय का सम्पादित और संक्षिप्त पत्र ,पुरस्कृत पत्र के रूप में,दैनिक ट्रिब्यून के चंडीगढ़ ,करनाल और गुड़गांव संस्करण में प्रकाशित हुआ था।
चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा |