मिसेज इंडिया द्वारा पत्रकार मनोज बत्तरा हेतु पुरस्कार-घोषणा!
18जुलाई ,2020 .
शिमला (हिमाचल ). (ईश्वर आज़ाद द्वारा ).
शिमला,हिमाचल की रहने वाली, मिसेज इंडिया ,2018 ,नेशनल अवार्डी साहित्यकार और अगर्णीय समाज-सेविका श्रीमती कंचन शर्मा द्वारा ,पूर्व में अपने दवारा संचालित एक साहित्यिक प्रतियोगिता में,पत्रकार और विचारक श्री मनोज बत्तरा को भी विजेता घोषित किया!
विचारक मनोज बत्रा के सम्मान में ,पुरस्कार -स्वरूप ,कंचन शर्मा ने अपने द्वारा लिखी पुस्तक उन्हें भेंट/भिजवाने की बात कही !किन्तु बत्रा ने डाक से ये उपहार लेने के लिए मना कर दिया!
विचारक मनोज बत्रा ने साहित्यकार कंचन शर्मा से विनम्र कहा कि डाकिये से उपहार लेने में मुझे कहाँ आनंद आएगा !मेरी लालसा ,अधीरता तो आपके कर-कमलों से है!आपसे सम्मानित होना,मतलब खुद के जीवन का सार्थक होना है!
दरअसल ,मिसेज इंडिया रही श्रीमती कंचन शर्मा ने ,हिमाचल की संस्कृति से जुड़े एक चित्र पर ,प्रतियोगिता के अंतर्गत ,बुद्धिजीवियों ,विचारकों आदि से विचार आमंत्रित किये थे!ढेरों विचारों में विचारक मनोज बत्रा के विचार को भी प्रमुखता दी गई और उन्हें भी विजेता घोषित किया गया !
विचारक बत्रा ने उक्त चित्र पर अपने ये विचार व्यक्त किये -
"जीभ की कोमलता ,कोमल पुष्प की भांति समर्पित ,कटने के बाद वाणी-विकारों से मुक्ति उपरांत अंतर्मन की शुद्धि तथा रक्त -प्रवाह, भक्ति में प्रवाहित होने का प्रतीक है!"
18जुलाई ,2020 .
शिमला (हिमाचल ). (ईश्वर आज़ाद द्वारा ).
शिमला,हिमाचल की रहने वाली, मिसेज इंडिया ,2018 ,नेशनल अवार्डी साहित्यकार और अगर्णीय समाज-सेविका श्रीमती कंचन शर्मा द्वारा ,पूर्व में अपने दवारा संचालित एक साहित्यिक प्रतियोगिता में,पत्रकार और विचारक श्री मनोज बत्तरा को भी विजेता घोषित किया!
विचारक मनोज बत्रा के सम्मान में ,पुरस्कार -स्वरूप ,कंचन शर्मा ने अपने द्वारा लिखी पुस्तक उन्हें भेंट/भिजवाने की बात कही !किन्तु बत्रा ने डाक से ये उपहार लेने के लिए मना कर दिया!
विचारक मनोज बत्रा ने साहित्यकार कंचन शर्मा से विनम्र कहा कि डाकिये से उपहार लेने में मुझे कहाँ आनंद आएगा !मेरी लालसा ,अधीरता तो आपके कर-कमलों से है!आपसे सम्मानित होना,मतलब खुद के जीवन का सार्थक होना है!
दरअसल ,मिसेज इंडिया रही श्रीमती कंचन शर्मा ने ,हिमाचल की संस्कृति से जुड़े एक चित्र पर ,प्रतियोगिता के अंतर्गत ,बुद्धिजीवियों ,विचारकों आदि से विचार आमंत्रित किये थे!ढेरों विचारों में विचारक मनोज बत्रा के विचार को भी प्रमुखता दी गई और उन्हें भी विजेता घोषित किया गया !
विचारक बत्रा ने उक्त चित्र पर अपने ये विचार व्यक्त किये -
"जीभ की कोमलता ,कोमल पुष्प की भांति समर्पित ,कटने के बाद वाणी-विकारों से मुक्ति उपरांत अंतर्मन की शुद्धि तथा रक्त -प्रवाह, भक्ति में प्रवाहित होने का प्रतीक है!"
चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा |